आवाजें
मुझे पता है
आवाजें कभी लौट कर नहीं आती
वहां तो कतई नहीं
जहाँ उनको पकड़ने के लिए
आतुरता जाल बिछाये बैठी हो .
आवाजें अराजक होती हैं
उन्हें पुराने घर
बासी चेहरे
इंसानी फितरत
और बीमार रवायतें
जरा भी पसंद नही
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