कभी कभी
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वह अवसाद के गहरे समन्दर में उतरा रही है
मैं शिद्दत से पुकार रहा हूँ -वापस लौट आओ
कभी कभी बेचैन आवाजें सिर्फ
मायूस गोताखोर बनीं रह जाती हैं .
मैं शिद्दत से पुकार रहा हूँ -वापस लौट आओ
कभी कभी बेचैन आवाजें सिर्फ
मायूस गोताखोर बनीं रह जाती हैं .
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मेरी निजी जिंदगी में बहुत उदासी है
इसलिए सरेआम ठहाके लगाता हूँ
कभी कभी फर्जी हंसी भी
बड़े काम की होती है .
इसलिए सरेआम ठहाके लगाता हूँ
कभी कभी फर्जी हंसी भी
बड़े काम की होती है .
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सात समंदर पार से खबर है
करोड़ों की लॉटरी लगने की
कभी कभी चीटर कौक* भी
मेरी मुफलिसी पर हँसते हैं .
करोड़ों की लॉटरी लगने की
कभी कभी चीटर कौक* भी
मेरी मुफलिसी पर हँसते हैं .
*ठग
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एक दिन उसने कहा था -धत
अफसानानिगार ने उसे कहानी बना डाला
कभी कभी कुछ किस्सों का
कभी उपसंहार नहीं होता .
अफसानानिगार ने उसे कहानी बना डाला
कभी कभी कुछ किस्सों का
कभी उपसंहार नहीं होता .
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ये तुम क्या कुछ लिखते हो
मैं तो समझ नहीं पाती
कभी कभी अपना लिखा ही
पहेली -सा बन जाता है .
मैं तो समझ नहीं पाती
कभी कभी अपना लिखा ही
पहेली -सा बन जाता है .
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जेब में रखा मोबाइल थरथराता है
मैं नहीं चाहता उसे सुनना
कभी कभी ध्वनि तरगों से पहले
आशंकाएं चली आती हैं .
मैं नहीं चाहता उसे सुनना
कभी कभी ध्वनि तरगों से पहले
आशंकाएं चली आती हैं .
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आज जिंदगी कितनी स्याह सफ़ेद है
तुम होती तो ये न होता
कभी कभी किसी के न होने से
इन्द्रधनुष क्षितिज का रास्ता भूल जाते हैं .
तुम होती तो ये न होता
कभी कभी किसी के न होने से
इन्द्रधनुष क्षितिज का रास्ता भूल जाते हैं .
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