बारिश : कुछ शब्द चित्र
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एक ओर बारिश है
दूसरी ओर धूप खिली है
कभी कभी मौका होता है
अपने अपने सपने चुनने का .
दूसरी ओर धूप खिली है
कभी कभी मौका होता है
अपने अपने सपने चुनने का .
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बारिश की बौछारों ने
बिखरा दिए सारे गुलाब
कभी कभी आवारा गंध
फिर भी महकती है .
बिखरा दिए सारे गुलाब
कभी कभी आवारा गंध
फिर भी महकती है .
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क्यों झुठला रहे हो उम्र को
बारिश में भीग कर
कभी कभी फरेब भी
मन बहला जाता है .
बारिश में भीग कर
कभी कभी फरेब भी
मन बहला जाता है .
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न तो बारिश थमी
न भीगने से मन भरा
कभी कभी तरबतर होने के लिए
देह थोड़ी पड़ जाती है .
न भीगने से मन भरा
कभी कभी तरबतर होने के लिए
देह थोड़ी पड़ जाती है .
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तुम्हारे सारे नम्बर
मेरे मोबाईल से नदारद हैं
कभी कभी बारिश भी
खूब शरारत करती है .
मेरे मोबाईल से नदारद हैं
कभी कभी बारिश भी
खूब शरारत करती है .
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आओ चलो नहा लें
बारिश के पानी में
कभी कभी कुछ ख्वाईशें
यादों के वर्षा वन में ले जाती हैं .
बारिश के पानी में
कभी कभी कुछ ख्वाईशें
यादों के वर्षा वन में ले जाती हैं .
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